संदर्भ:
DRDO और भारतीय नौसेना ने चांदीपुर में एकीकृत परीक्षण रेंज (ITR) में पहली नौसेना एंटी-शिप मिसाइल (NASM-SR) का सफलतापूर्वक उड़ान परीक्षण किया।

- भारतीय नौसेना के Sea किंग हेलीकॉप्टर से प्रक्षेपित की गई इस मिसाइल ने जहाज के लक्ष्यों को सफलतापूर्वक निशाना बनाया, जो भारत की रक्षा प्रौद्योगिकी में एक महत्वपूर्ण प्रगति को दर्शाता है।
- मिसाइल ने अपनी अधिकतम सीमा पर समुद्र-स्किमिंग मोड में एक छोटे जहाज के लक्ष्य को निशाना बनाया।
- मिसाइल ने अपने मैन-इन-लूप फीचर को सफलतापूर्वक सत्यापित किया, जिससे वास्तविक समय में लक्ष्य चयन और उड़ान के दौरान पुनः लक्ष्यीकरण की अनुमति मिली।
- मिशन ने एक उच्च-बैंडविड्थ दो-तरफ़ा डेटालिंक प्रणाली का प्रदर्शन किया, जो उड़ान के दौरान पुनः लक्ष्यीकरण के लिए पायलट को लाइव सीकर छवियाँ प्रेषित करता है।
- मिसाइल की विशेषताएँ:
- मध्य-मार्ग मार्गदर्शन के लिए स्वदेशी फाइबर ऑप्टिक जाइरोस्कोप-आधारित इनर्शियल नेविगेशन सिस्टम (INS) और रेडियो अल्टीमीटर का उपयोग करता है।
- वायुगतिकीय और जेट वेन नियंत्रण के लिए एक एकीकृत एवियोनिक्स मॉड्यूल और इलेक्ट्रो-मैकेनिकल एक्ट्यूएटर्स से लैस है।
- थर्मल बैटरी और एक PCB वारहेड की सुविधा है।
- इन-लाइन इजेक्टेबल बूस्टर और लॉन्ग-बर्न सस्टेनर के साथ ठोस प्रणोदन का उपयोग करता है।
- वास्तविक समय लक्ष्य चयन और उड़ान के दौरान पुनः लक्ष्यीकरण, परिचालन लचीलापन बढ़ाता है।
टर्मिनल मार्गदर्शन के लिए स्वदेशी इमेजिंग इंफ्रा-रेड सीकर से लैस है, जो उच्च-सटीकता वाले हमलों को सुनिश्चित करता है।
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