संदर्भ
- हाल ही में, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मद्रास और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने स्वदेशी एयरोस्पेस गुणवत्ता वाली शक्ति-आधारित सेमीकंडक्टर चिप विकसित की है।
परियोजना के बारे में

- शक्ति श्रेणी की प्रणालियाँ RISC-V (रिड्यूस्ड इंस्ट्रक्शन सेट कंप्यूटिंग) पर आधारित हैं, जो कस्टम प्रोसेसर डिजाइन करने के लिए एक ओपन-सोर्स इंस्ट्रक्शन सेट आर्किटेक्चर है।
- इसका उद्देश्य माइक्रोप्रोसेसर-आधारित उत्पादों के स्वदेशी विकास को बढ़ावा देना है जो RISC-V तकनीक को अपनाने वाले उपयोगकर्ताओं के लिए सर्वश्रेष्ठ-इन-क्लास सुरक्षा और दृश्यता प्रदान करते हैं।
- इसे इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा डिजिटल इंडिया RISC-V पहल (DIRV) के तहत समर्थन दिया गया है।
- तिरुवनंतपुरम में ISRO इनर्शियल सिस्टम यूनिट (IISU) ने 64-बिट RISC-V आधारित नियंत्रक का प्रस्ताव दिया और सेमीकंडक्टर चिप के विनिर्देशों एवं डिजाइन के लिए IIT मद्रास के साथ भागीदारी की।
- यह प्रयास महत्वपूर्ण है क्योंकि सेमीकंडक्टर पूर्णतः भारत में विकसित हुआ, इसकी परिकल्पना IISU ने की, डिजाइन और क्रियान्वयन IIT मद्रास ने किया तथा इसका निर्माण चंडीगढ़ में हुआ।
- इसरो के अध्यक्ष वी. नारायणन ने कहा कि भारतीय संसाधनों से निर्मित पूर्णतः स्वदेशी चिप, सेमीकंडक्टर डिजाइन और निर्माण के लिए ‘मेक इन इंडिया’ पहल में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
Originally published at https://currentaffairs.khanglobalstudies.com/
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